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15 Oct 2021 · 1 min read

दुश्मन

दुश्मन राक्षस होय हैय।
दुश्मन दैत्य होय हैंय।
दुश्मन दानव होय हैय।

दुश्मन असत्य होय हैय।
दुश्मन अंधकार होय हैय।
दुश्मन पापी होय हैय।

दुश्मन महाविद्वान होय हैय।
दुश्मन महापंडित होय हैय।
दुश्मन महाबली होय हैय।

दुश्मन रावण कहाइ हैय।
दुश्मन हिरण्यकशिपु कहाइ हैय।
दुश्मन कंस कहाइ हैय।

दुश्मन के लडाई हैय।
दुश्मन संस्कृति के लड़ाई हैय।
रामा विचार के लड़ाई हैय।

स्वरचित@सर्वाधिकार रचनाकाराधीन।

-आचार्य रामानंद मंडल सामाजिक चिंतक सीतामढ़ी।

Language: Maithili
1 Like · 207 Views
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